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झूठे विज्ञापन

 के सहारे भारत में अरबों रुपए का कारोबार
,
विज्ञापन में उत्पाद की सही जानकारी न देकर उपभक्ताओं को मूर्ख बनाने का प्रयत्न किया जा रहा  है ओर  झूठे वादे किये गए हैं, तो कहीं न कहीं इन विज्ञापनों के प्रस्तुतकर्ता समाज को धोखा दे रहे हैं और यक़ीनन इनके दुष्परिणाम हो सकते हैं | विशेष रूप से छोटे बच्चों की मानसिकता के साथ खिलवाड़ कर उन्हें अपने जाल में फंसाना बहुत ही अनैतिक है ,
 विज्ञापन के सहारे चल रहे हैं। विज्ञापनों में वास्तविकता से दूर दूर तक कोई नाता नहीं होता है। विज्ञापनों को इस तरह दिखाया जाता है कि बिना उसके आपका काम नहीं हो सकता। यहां तक कि ऐसे विज्ञापनों में फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों को भी धड़ल्ले से झूठ बोलते देख सकते हैं।विज्ञापन में दिखाए जाने वाले समस्या आपके जीवन की आम समस्या होती है, जिससे आप परेशान रहते हैं। अचानक कोई फिल्मी सितारा आता है किसी प्रोडक्ट के साथ और चुटकी बजाते ही समस्या हल कर देता है।बस आप उसमें फंस जाते हैं और हाथ मलने और फिल्मी सितारों को कोसने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचता।
लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
   केंद्र सरकार एक ऐसा बिल लाने जा रहा है जिसके मुताबिक झूठे विज्ञापन करने वाले फिल्मी सितारों को पांच साल तक की जेल हो सकती है।इसलिए अब हम ओर आप जागरूक हो जाइए और ऐसे विज्ञापनों के खिलाफ उठ खड़े होए

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